सतर्कता
निदेशक, वैज्ञानिक और कर्मचारियों की अपने कार्य के प्रति निष्ठा और त्याग की भावनाओं की वजह से राष्ट्रीय कोशिका विज्ञान केन्द्र (एनसीसीएस), प्रमुख राष्ट्रीय अनुसंधान संस्था के रूप में उभरी है जो अपने कार्य को देशसेवा के लिए समर्पित करती है। विज्ञान एवं सेवाओं के बारे में संस्था सदैव सतर्क रहती है और साथ ही साथ भ्रष्टाचारमुक्त रहने के लिए उतनी ही सतर्क एवं प्रयत्नशील है।
अधिप्राप्ति , कार्य निष्पादन और भुगतान के द्वारा ही प्रायः भ्रष्टाचार की उत्पत्ति एवं वृद्धि होती है। संबंधित समितियों में होनेवाले जिम्मेदार अधिकारी वर्ग द्वारा प्रस्तावों की जॉंच, परीक्षण एवं उनपर कार्यवाही और अनुमोदन दिया जाता है ताकि एनसीसीएस स्वच्छ एवं पारदर्शी नीतियों को अपना सके। इस प्रकार, ऐसे मामलों में संस्था का केवल कोई एक व्यक्ति निर्णय लेने में महत्त्वपूर्ण या प्रबंधक नहीं होता। प्रमाणित निकषों की पूर्ति करने के पश्चात ही संस्था भुगतान हेतु बिल्स प्रमाणित करती है।
उपरलिखित
कार्य-प्रणाली
को मद्दे नजर
रखते हुए,
विक्रेता एवं
अन्य संबंधित
को सूचित किया
जाता है कि,
संस्था के
नैतिकता के
नियमों में
बाधा उत्पन्न
करनेवाली कोई
भी
दुर्भावनाशील
मॉंग या
वित्तीय
सहयोग या
मुद्रासंबंधी
किसी भी
प्रकार के
अनुग्रह के
प्रतिरोध में
संस्था में
शून्य
सहिष्णुता
(झिरो-टॉलरन्स)
की नीति
अपनाई जाएगी।
ऐसी कुछ
घटनाओं के
बारे में,
संबंधित
व्यक्ति
निम्नलिखित
अधिकारियों
के साथ संपर्क
कर सकतें है।
1. डॉ. शेखर चिं.
मांडे,
निदेशक, director@nccs.res.in
2. डॉ (श्रीमती). एल. एस.लिमये, प्रमुख सतर्कता अधिकारी,
lslimaye@nccs.res.in